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40 हजार के एसी में 2 लाख 66 हजार मरम्मत खर्च

विधानसभा में सोमवार को कांग्रेस विधायक राघवेंद्र कुमार सिंह ने लोक निर्माण विभाग की ओर से बिलासपुर संभाग में किए गए वार्षिक मरम्मत विद्युतीकरण पर खर्च राशि का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, भवन और स्थानों की जानकारी मांगी थी, लेकिन सिर्फ सेक्शन की जानकारी दी गई है। इस पर डिप्टी सीएम साव ने बताया, 2016-से 2024 की अवधि में 9156 स्थानों के कार्य कराए गए हैं। देयक में स्थान का उल्लेख नहीं होता, माप पुस्तिका में होता है। इस प्रश्न पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने डिप्टी सीएम को घेरा। उन्होंने कहा, एक एसी के रखरखाव में 2 लाख 66 हजार रुपए खर्च हुए। जबकि एक एसी 40 से 50 हजार रुपए में आ जाता है। सवाल-जवाब के बीच डिप्टी सीएम साव ने कहा, अगर किसी सब डिवीजन के बारे में कंप्लेंट है, तो जानकारी दे दें. उस पर जांच कराई जाएगी।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने सवाल किया कि आपने 100 करोड़ का भुगतान कैसे कर दिया। फिर आप लोगों के गाइड लाइन ही क्यों जारी की है। इसकी क्या जरूरत पड़ गई? इस पर डिप्टी सीएम साव ने कहा कि शासकीय राशि का दुरुपयोग ना हो, इसके लिए अधिकारी समय-समय पर जानकारी देते रहते है। आपके नॉलेज के अगर कोई ऐसी कम्पलेंट है, तो आप उपलब्ध कराए कार्रवाई निश्चित ही की जाएगी।

1500 पन्नों का आया जवाब

इस सवाल का जवाब करीब 1500 पन्नों में आया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा, इस प्रश्न का उत्तर लंबा है। डेढ़ हजार पन्नों का उत्तर प्रश्न काल में पूरा नहीं दिया जा सकता, इसलिए इससे कम से कम शब्दों में जवाब देने को कोशिश करें, ताकि उत्तर समय से आ जाए। इस पर विधायक सिंह ने कहा कि मैने जो प्रश्न पूछा उसका जवाब ही नहीं आया। मैने स्थान की बात की है, लेकिन सेक्शन की जानकारी दे दी जा रही है।

जैसी पिच, वैसी ही हो रही बैटिंग

प्रश्नकाल के दौरान विधायक लखेश्वर बघेल ने बस्तर जिला में डीएमएफ और सीएसआर फंड स्वीकृत हुए कार्यों का मुद्दा उठाया। उद्योग मंत्री लखन देवांगन और विधायक के बीच सवाल-जवाब का सिलसिला चल रहा था। इस बीच विधायक अजय चंद्राकर ने टिप्पणी करते हुए कहा, बराबरी का टक्कर है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा, जैसी पिच है और जैसे बाल टर्न हो रही है वैसे ही बेटिंग हो रही है। आप क्यों बीच में आ रहे हैं। इससे पूर्व सवाल-जवाब के बीच विधायक चंद्राकर ने कहा, यह पिछली सरकार के वक्त का मामला है। इससे नाराज लखेश्वर बघेल ने कहा, कोई काम मत करिए, कोई खर्च मत करिए, सिर्फ पिछले पांच साल के काम की जांच करवा लीजिए।

गूंजा जल जीवन मिशन का मुद्दा

विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने जल जीवन मिशन के तहत 2025 तक केंद्रांश के रूप में प्राप्त राशि की जानकारी मांगी। इस पर डिप्टी सीएम साव ने बताया कि 2024-25 फरवरी 2024 तक 191.59 करोड़ केंद्रांश प्राप्त हुआ है। राज्यांश राशि के रूप में 187.12 करोड़ की स्वीकृति दी गई है। इस पर डॉ. महंत ने कहा केंद्रांश और राज्यांश बराबर होना चाहिए। उन्होंने पूछा कि क्या काम होने के बाद भी भुगतान नहीं हुआ है। काम धीमा हो गया है। इसलिए केंद्र सरकार राशि नहीं दे रही है। इस पर डिप्टी सीएम साव ने कहा, भुगतान सतत प्रक्रिया है। इस पर विधायक राजेश मूणत व अजय चंद्राकर ने कहा, पुराने सरकार के कर्म की वजह से यह स्थिति बन रही है। इस पर नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत ने कहा कि कब तक यह कहकर बचेंगे कि पुराने सरकार का है। आप जांच करवा सकते हैं, जांच करवा लीजिए। 

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