छ.ग. के पंचायतों लोक निर्माण विभाग, जल संसाधन विभाग पी एच ई, छ.ग. मेडिकल कार्पोरेशन, छ.ग. वेयर हाउस नगरीय निकायों, मंडी बोर्ड एवं अन्य कई विभागों के निर्माण कार्यों में लगभग 70 प्रतिशत बिना जी एस टी बिल वाला खनिज सामान का उपयोग किया जा रहा है जिसके कारंण शासन को 5 साल के अन्दर लगभग 5 हजार करोड़ के जी एस टी राशि का नुकसान हुआ है यह सब जी एस टी चोरी जी एस टी अधिकारियों के संरक्षण में हो रहा है। कारखानों एवं राईस मिलों तथा बिल्डरों के नर्माण कार्यों में भी लगभग 70 प्रतिशत बिना जी एस टी वाला खनिज सामान का उपयोग हो रहा है। छत्तीसगढ़ के खनिज अधिकारियों ने 3 साल के अन्दर लगभग 15 हजार ट्रकों एवं ट्रेक्टरों को बिना जी एस टी बिल एवं बिना रायल्टी वाला खनिज सामान का ढुलाई करते हुए पकड़ा है इन वाहनों के खिलाफ जी एस टी अधिकारियों को कर्यवाही करना चाहिये लेकिन शिकायत के बाद भी कार्यवाही नहीं किया जा रहा है जो की बहुंत बड़ा लापरवाही है।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 5 मार्च को मध्य प्रदेश में थी। राहुल उज्जैन में बाबा महाकाल के दर्शन के बाद नजदीकी जिले शाजापुर में खुली जीप पर सवार होकर निकल रहे थे। तभी रोड किनारे खड़े BJP कार्यकर्ताओं ने मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए। इससे संबंधित वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि नारे सुनकर राहुल गांधी जीप से नीचे उतरे और BJP कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए आगे बढ़े। कुछ कार्यकर्ता राहुल को आलू देते हैं और सोना निकालने के लिए कहते सुनाई दे रहे हैं। राहुल उनसे आलू लेकर हाथ मिलाते हैं और फिर वापस जीप की ओर चले जाते हैं। इस घटना से राहुल गांधी का 2017 में दिया बयान फिर सुर्खियों में है। ‘आलू से सोना’ वाले जुमले की शुरुआत कहां से हुई? 15 नवंबर 2017 को BJP IT सेल के इंचार्ज अमित मालवीय अपने एक्स (तब ट्विटर) अकाउंट से एक वीडियो शेयर करते हैं। वीडियो में राहुल ये कहते सुने जा सकते हैं कि, ‘ऐसी मशीन लगाऊंगा कि इस साइड से आलू घुसेगा, उस साइड से सोना निकलेगा। इस साइड से आलू डालो, उस साइड से सोना निकालो। इतना पैसा बनेगा कि आपको पता नहीं होगा क्या करना है पैसे का।’ इस वीडियो के ...
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